शिक्षा के आदर्श महात्मा बुद्व के ननिहाल के रूप में विश्वविख्यात यह महाराजगंज जनपद उत्तार प्रदेश में नेगराज हिमालय की तलहटी में नेपाल की सीमा से सटे स्थित ग्राफ के प्राकृतिक सुरम्यता का उपजाऊ क्षेत्र तो है।

किन्तु महिलरा साकक्षरता की दिशा में शिक्षा ग्राफ के अवनित स्थिति में 19 प्रतिशत के आस-पास ही है। जिसका परिणाम इस जनपद का पिछड़ापन शासन की निीतियों के बावजूद विकास की गति के पिछले पावदन पर है। कहते है

‘‘ जिस घर में नारी शिक्षित और विकासोन्मुख हो जाता हैं।’’ इस दिशा में नारी शिक्षाण का उत्थान न होने में महिला महाविद्यालयों का अभाव इसका प्रमुख कारण है।

दूर दराज में भेजने में ग्रामीण अभिभावक सदैव कतराते हैं फलस्वरूप् इस क्षेत्र केे गिने- चुने घर में स्नातक स्तर की बालिकाए है जिससे क्षेत्र का विकास ठप सा पड़ गया है।